नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा (एनआरई) उत्पादन संयंत्रों की स्थापना और संचालन के लिए कानूनी समझ आवश्यक है। यह न केवल कानूनी अनुपालन सुनिश्चित करता है, बल्कि आर्थिक लाभ और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देता है।
एनआरई कानून का परिचय
एनआरई से संबंधित प्रमुख कानून ‘नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विकास, उपयोग और प्रचार अधिनियम’ है। इस अधिनियम का उद्देश्य एनआरई तकनीकों के विकास, उपयोग और प्रचार को प्रोत्साहित करना, ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाना, ऊर्जा की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करना, और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना है। citeturn0search6
एनआरई उत्पादन संयंत्रों के लिए आवश्यक अनुमतियाँ
एनआरई उत्पादन संयंत्र स्थापित करने से पहले, निम्नलिखित अनुमतियाँ आवश्यक हैं:
- पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन (EIA): परियोजना के पर्यावरणीय प्रभाव का मूल्यांकन।
- स्थानीय सरकार की अनुमति: भूमि उपयोग और निर्माण से संबंधित।
- विद्युत उत्पादन लाइसेंस: विद्युत उत्पादन और वितरण के लिए आवश्यक।
एनआरई उपकरणों के लिए गुणवत्ता मानक
उपकरणों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए, ‘नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा उपकरणों के समर्थन आदि के लिए विनियम’ में मानक निर्दिष्ट हैं। यह विनियम उपकरणों की गुणवत्ता, स्थापना, और संचालन के लिए दिशानिर्देश प्रदान करता है। citeturn0search1
वित्तीय प्रोत्साहन और समर्थन
सरकार एनआरई परियोजनाओं के लिए विभिन्न वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करती है, जैसे:
- सब्सिडी: उपकरण स्थापना के लिए वित्तीय सहायता।
- कर छूट: आयकर, संपत्ति कर आदि में छूट।
- कम ब्याज दर ऋण: परियोजना वित्तपोषण के लिए।
स्थापना के बाद की जिम्मेदारियाँ
संयंत्र स्थापना के बाद, निम्नलिखित जिम्मेदारियाँ होती हैं:
- नियमित निरीक्षण: उपकरणों की नियमित जांच और रखरखाव।
- उत्पादन रिपोर्टिंग: उत्पादन डेटा की नियमित रिपोर्टिंग।
- सुरक्षा मानकों का पालन: संचालन के दौरान सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन।
कानूनी अनुपालन के लाभ
कानूनी अनुपालन से निम्नलिखित लाभ होते हैं:
- आर्थिक लाभ: सरकारी प्रोत्साहनों का लाभ उठाना।
- विश्वसनीयता: उपभोक्ताओं और साझेदारों के बीच विश्वास बढ़ाना।
- जोखिम कम करना: कानूनी विवादों और दंड से बचाव।
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